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स्वामी चिन्मयानन्द पर लगे रेप और जान से मारने की धमकी का केस वापस लेगी योगी सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वामी चिन्मयानन्द को सात वर्ष पहले अपनी शिष्या से रेप करने और जान से मारने की धमकी के मामले में बड़ी राहत देने का फैसला किया है |
बाबा
Image Courtesy: news18 hindi

भाजपा सरकार की बाबाओं पर असीम कृपा जारी है, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में बाबाओ को राज्य मंत्री बनाने के बाद भाजपा शासित उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वामी चिन्मयानन्द को सात वर्ष पहले अपनी शिष्या से रेप करने और जान से मारने की धमकी के मामले में बड़ी राहत देने का फैसला किया है | यहाँ यह जानना ज़रूरी है की स्वामी पहले भाजपा से सांसद और अटल सरकार में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री रह चुके हैं |

कुछ मिडिया रिपोर्टो के अनुसार 25 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी स्वामी से मिलने उनके आश्रम गए थे, उसके बाद से ही केस को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई | जिसके बाद 9 मार्च को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँ पुर के ज़िला प्रशासन ने डीएम के साइन से एक चिठ्ठी जारी की जिसमें केस को वापस लेने का आदेश था |

भाजपा की सरकारें लगातार इस तरह की घटनाओं से अपने हिंदुत्व के अजेंडे को आगे कर मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है, ऐसा ही मध्य प्रदेश में नर्मदा वृक्षारोपण घोटाले के सन्दर्भ में हुआ, जब इस घोटले को लेकर राज्य  के कुछ बाबा आन्दोलन करने के लिए तैयारी कर रहे थे तो उन्ही में से कुछ को राज्यमंत्री का दर्ज़ा दे दिया और भ्रष्टाचार के मामला अब ठंडे वस्ते में जला गया है  |

कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं और पर्वेक्षोकों की मानें तो स्वामी पर से केस वापस लेना भाजपा 2019 की तैयारी कर रही है | क्योंकि स्वामी की प्रदेश के कई इलाकों में समर्थको की अच्छी खासी संख्या है, जिसे भाजपा आम चुनावों से पहले अपनी तरफ मोड़ना चाहती है |

भाजपा हमेशा ही बाबाओं पर महेरवान रही है चाहे वो हरियाणा के बाबा राम रहीम की बात जब उसको सज़ा के बाद भी कई मंत्री उसके पक्ष में वयानवाज़ी करते रहे और उसका वचाव करते रहे |

भाजपा की सरकारें लगातार बाबाओं के सहारे अपने वोट बैंक को साधने का प्रयास करती है | स्वामी पर से केस वापस लेना भी इस कड़ी में अगला कदम है, क्योंकि स्वामी पर बहुत ही गंम्भीर आरोप है | जिसमें आईपीसी की धारा 376 और 506 के तहत मामला दर्ज है, जिसे योगी सरकार वापस लेने को तैयार है| इसके साथ ही वो धारा 507 के तहत आपराधिक धमकी और कई अन्य मामलों में अभियुक्त हैं |

ये दिखाता है कि भाजपा किस तरह से अपने हिंदुत्व की छवि को कायम करने और 2019 के आम चुनाव से पहले बाबा के ज़रीए  अपने वोट बैंक को मज़बूत करना चाहती है | किसी भी सूरत में उसके लिए चुनाव जीतना सबसे महत्वपूर्ण है ,उसके लिए उसे किसी से भी समझौता करना पड़े |

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