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अजय सिंह
24 January 2021
कवि अनुराधा सिंह (जन्म 1971) की कविताओं में सेंसुअस लोकतांत्रिक चेतना मिलती है, ख़ासकर औरत - मर्द के रिश्ते के मसले पर, और यह चेतना बराबर अपने लिए
कुमुदिनी पति
16 January 2021
महिलाओं द्वारा किये जा रहे घरेलू काम पर बहस सर्वोच्च न्यायालय के हाल के फैसले के माध्यम से एक बार फिर चालू हो गई है। आखिर हर महिला, वह नौकरीपेशा हो
रचना अग्रवाल
27 December 2020
इस पुरुष वर्चस्व वाले समाज में एक स्त्री ताउम्र अपने निर्णय स्वयं ले सकती है और बिना किसी पुरुष के सहारे के अपनी जिंदगी व्यतीत कर सकती है ऐसा लोगों
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- न्यूज़क्लिक टीम24 Jan 2021क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय खेल है और इसका इतिहास बड़ा रोचक है. भारत में क्रिकेट कैसे आया और भारतीय खिलाड़ियों का क्या इतिहास रहा, इस पर चर्चा कर रहे है वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन
- श्याम कुलपत24 Jan 2021तर्क-वितर्क: समझ से परे लगी रही है, हिन्दी के प्रिय प्रतिष्ठित अख़बार की प्रतिक्रिया? क्योंकि अंग्रेजी के बारे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की संस्तुति में ऐसा कुछ कहा नहीं गया है कि उसे इस आईआईटी/…
- सत्यम श्रीवास्तव24 Jan 2021जब नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती मनाई जा रही हो तब जय श्री राम जैसा उद्घोष न केवल निरर्थक था बल्कि खुद नेताजी की शान में एक हल्का और लगभग अश्लील हस्तक्षेप था।
- मुकुंद झा24 Jan 2021किसान संगठनों का दावा है कि 26 जनवरी को एक लाख से अधिक ट्रैक्टर दिल्ली में मार्च करेंगें। ये किसान दिल्ली में एक नहीं बल्कि पांच अलग-अलग दिशाओं से मार्च करेंगें।
- डॉ. द्रोण कुमार शर्मा24 Jan 2021अर्नब सर भी न, दिल के इतने साफ़ हैं कि ये सारे के सारे राज अपने दिल में छुपा कर नहीं रखते हैं, आगे भी बता देते हैं। ठीक ही तो है, जब जिन्होंने छुपाने थे, उन्होंने ही नहीं छुपाये तो अर्नब सर भी क्यों…