Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

यूपी निकाय चुनाव: पहले चरण के चुनाव संपन्न, कई जगह छिटपुट घटनाएं और बूथ कैप्चरिंग की भी ख़बर

9 मंडलों के 37 ज़िलों में पहले चरण के चुनाव गुरुवार को चुनाव हुए, अब दूसरे का चुनाव 11 मई को होगा।
chunav

यूपी निकाय चुनाव के पहले चरण का चुनाव खत्म हो गया है। गुरुवार को मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चला। नौ मंडलों के 37 जिलों के 10 नगर निगम, 104 नगर पालिका और 276 नगर पंचायतों में वोट डाले गए। शाम 5 बजे तक गोरखपुर में 35%, लखनऊ में 34.31, मुरादाबाद में 41.89% और प्रयागराज में 28.59% वोटिंग हुई है।

सुरक्षा में 19,880 इंस्पेक्टर तैनात

गुरुवार को हुए निकाय चुनाव में 19,880 इंस्पेक्टर की तैनाती की गई, 101777 सब इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। इनके साथ कॉन्स्टेबल-हेड कॉन्स्टेबल 47985, होमगार्ड्स 86 कंपनी, 2 प्लाटून पीएसी, 35 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स और 7500 ट्रेनी दरोगाओं को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया।

पहले चरण में चुनाव के दौरान कई जगहों पर छिटपुट घटनाएं भी देखने को मिलीं। जैसे वाराणसी के नरिया में एक बूथ पर हंगामे की सूचना पर भारी संख्या में फोर्स पहुंची है। एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह के अलावा पुलिस कमिश्नर मौके पर हैं। प्रतापगढ़ के कुंडा में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी डॉ. सुमन साहू समर्थकों के साथ एसडीएम आवास के बाहर धरने पर बैठी हैं। डॉ. सुमन ने कहा कि उनको रिवाल्वर लेकर दौड़ाया गया, पत्थरबाजी की गई। कुंडा टाउन एरिया के ज्यादातर बूथों पर कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने पुनर्मतदान की मांग की है। बताया गया कि प्रत्याशी ने पीठासीन अधिकारी से गाली-गलौज की, इससे नाराज होकर बूथ संख्या 16 के मतदानकर्मियों ने करीब 16 मिनट तक मतदान कार्य रोक दिया।

चंदौली नगर पंचायत सैयदराजा में फर्जी मतदान को लेकर हंगामा हो गया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। आज जिन 37 ज़िलों में मतदान हो रहा है उनमें 2.40 करोड़ से ज़्यादा मतदाता हैं। पहले चरण में नगर निगमों के 10 महापौर और 820 पार्षदों, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्षों, 2,740 नगर पालिका परिषद सभासदों, 275 नगर पंचायत अध्यक्षों और 3,645 नगर पंचायत सदस्यों समेत कुल 7,593 पदों के लिए 44 हजार से अधिक प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

चंदौली नगर पंचायत सैयदराजा में फर्जी मतदान को लेकर हंगामा हो गया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है।

प्रदेश के कई ज़िलों से बूथ कैप्चरिंग मामले सामने आ रहे हैं: इसे लेकर सपा ने वीडियो ट्वीट किए हैं

सपा के ट्रवीटर हैंडल से वीडियो ट्वीट किया गया है, जिसमें एक महिला बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगा रही है। आरोप है कि कुसमरा नगला भूपति में भाजपा की ओर से बूथ कैप्चरिंग के लिए  महिला का मतपत्र छीनकर  वोट डाल दिया।

लखनऊ नगर निगम जोन-2 मे भाजपा और सपा समर्थकों में झड़प हो गई है। सपा समर्थकों ने आरोप लगाया कि मतदान केंद्र के अंदर सिर्फ विपक्ष पर सख्ती बरती जा रही है।

सुबह मतदान शुरू होते ही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में वोट किया, और लोगों से भी मतदान करने की अपील की।

इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ में वोट डाला। वोट के बाद मायावती ने कहा कि पहले चरण के तहत प्रदेश में चुनाव हो रहा है। हमारी पार्टी यह चुनाव अपने बलबूते पर पूरी तैयारी और दमदारी से लड़ रही है। हमें पूरा भरोसा है कि हमारी पार्टी को अच्छा नतीजा मिलेगा।

उधर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लखनऊ में वोट किया है। राजनाथ सिंह ने वोट करने के बाद मीडिया से बात की,

आपको बता दें कि नगर निगमों के महापौर और पार्षद पद के लिए मतदान ईवीएम से और बाकी पदों के लिए मतदान मतपत्र से हो हुआ।

मैनपुरी के एसडीएम वीरेंद्र कुमार मित्तल की डयूटी के दौरान मौत हो गई, हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है, मिली जानकारी के अनुसार, एसडीएम वीरेंद्र मित्तल नगर पंचायत ज्योति खुढिया के चुनाव अधिकारी थे।

लोकसभा से एक साल पहले हो रहे उत्तर प्रदेश के ये निकाय चुनाव सेमीफाइनल की तरह देखे जा रहे हैं, यही कारण है कि प्रदेश की मुख्य पार्टियों ने इसमें जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 7 दिनों में 26 रैलियां की हैं। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने 15 तो बृजेश पाठक ने 13 जिलों में प्रचार किया। जबकि प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर, लखनऊ और सहारनपुर में मेयर प्रत्याशियों के समर्थन में वोट की अपील की।

पहले चरण की बात करें तो 37 जिलों के 10 महापौर सीटों पर होने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्रियों समेत 12 से ज्यादा मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। शाहजहांपुर सीट पर पहली बार महापौर का चुनाव हो रहा है इसलिए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने यहां पर सबसे ज्यादा ताकत लगाई है।

पहले चरण के चुनाव में 5 हॉट सीट

प्रयागराज- इस बार यहां से भाजपा ने उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को टिकट दिया है। मंत्री नंदी की पत्नी अभिलाषा नंदी दो बार मेयर रह चुकी हैं। इस बार अभिलाषा का टिकट काट दिया गया है। केसरवानी को सपा के अजय श्रीवास्तव टक्कर दे रहे हैं।

लखनऊ - यहां भी भाजपा ने संयुक्ता भाटिया का टिकट काटकर सुषमा खरकवाल को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने वंदना मिश्रा को टिकट दिया है। राजधानी होने के कारण सीट चर्चा में है।

वाराणसी- वाराणसी नगर निगम के चुनाव पर पूरे प्रदेश और देश की नजर है। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में यहां पर सीएम, डिप्टी सीएम, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह पूरी नजर बनाए हुए हैं। वाराणसी में भाजपा ने क्षेत्रीय मंत्री अशोक तिवारी को प्रत्याशी बनाया है।

गोरखपुर- यहां भाजपा ने डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया है। योगी ने गोरखपुर पर पूरा फोकस किया है। सीएम योगी यहां कई चुनावी सभाएं कर चुके हैं। गोरखपुर में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना प्रभारी मंत्री हैं। ऐसे में यह सीट बेहद अहम है। सबकी नजर गोरखपुर पर लगी है। सपा ने काजल निषाद को मैदान में उतारा है।

आगरा - भाजपा ने पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर को उम्मीदवार बनाया है। यहां केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और आगरा से विधान परिषद सदस्य धर्मवीर प्रजापति भी मंत्री हैं। इन चार मंत्रियों के साथ जिले के प्रभारी मंत्री एके शर्मा पर भी पूरे जिले में कमल खिलाने की जिम्मेदारी है। सपा ने जूही प्रकाश जाटव को प्रत्याशी बनाया है।

पिछले चुनाव के आंकड़े क्या कहते हैं?

नगर निकाय के पिछले चुनाव साल 2017 में हुए थे, भाजपा ने 16 नगर निगमों में से 14 पर जबकि बसपा ने 2 पर जीत हासिल की थी। वहीं नगर पालिका के नतीजे देखें तो 198 शहरों में भाजपा ने 67, सपा ने 45, बसपा ने 28 और निर्दलीय ने 58 पर जीत दर्ज की थी। ऐसे ही नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव थे, जिसमें 538 कस्बों में भाजपा ने 100, सपा ने 83, बसपा ने 74 और 181 निर्दलीयों ने जीते थे। वहीं इस बार की बात करें तो नगर निकाय की सीटें बढ़कर 760 हो गई हैं, जिसमें 545 नगर पंचायत, 200 नगर पालिका परिषद और 17 नगर निगम की सीटें हैं।

इस चुनाव में जहां सत्ताधारी भाजपा की साख दांव पर है, तो समाजवादी पार्टी की रणनीति में कितनी धार बची है, इसका अंदाज़ा भी लग जाएगा। वहीं बसपा प्रमुख मायावती भी अपनी सियासी चाल चलने के लिए चौकन्नी हो चुकी हैं, तो दबे पांव ही सही लेकिन कांग्रेस भी चुपके से वापसी की राह देख रही है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest