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कोरोना लॉकडाउन : मजदूरों के लिए अलग पैमाने क्यों?

दिल्ली, सूरत, हैदराबाद और मुंबई सहित कई बड़े शहरों में लॉकडाउन के अगले 3 मई तक बढाये जाने के बाद मजदूरों की बेहाली और बेचानी बढ़ गई है!मौजूदा हालात पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का आकलन:

दिल्ली, सूरत, हैदराबाद और मुंबई सहित कई बड़े शहरों में लॉकडाउन के अगले 3 मई तक बढाये जाने के बाद मजदूरों की बेहाली और बेचानी बढ़ गई है! अफवाहबाजी और कुछ चैनलों की फेकन्यूज के अलावा बांद्रा की घटना के ग़ौरतलब पहलुओं को नज़रंदाज़ करना ग़लत होगा! नाकाफी रिलीफ़ पैकेज और लचर वितरण व्यवस्था ने गरीबों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, बीमारी की तरह भूख भी तेजी से पसर रही है! मौजूदा हालात पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का आकलन:

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