Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

एम्स का सर्वर लगातार आठवें दिन ठप रहा, दो ‘सिस्टम एनालिस्ट’ निलंबित

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों की सिफारिशों के अनुसार अस्पताल में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
AIIMS
साभार: टेलीग्राफ इंडिया

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का सर्वर मंगलवार को लगातार आठवें दिन भी ठप रहा। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सर्वर पर ‘ई-अस्पताल डेटा’ बहाल कर लिया गया है।

वहीं, एम्स ने दो ‘सिस्टम एनालिस्ट’ को काम में लापरवाही बरतने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद सोमवार को निलंबित कर दिया।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों की सिफारिशों के अनुसार अस्पताल में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

एम्स के सर्वर में सेंधमारी का बुधवार सुबह पता चला था। आशंका जताई जा रही है कि सेंधमारी के कारण लगभग 3-4 करोड़ मरीजों का डेटा प्रभावित हो सकता है।

सूत्रों ने कहा कि सर्वर डाउन होने के कारण आपातकालीन इकाई में रोगी देखभाल सेवाएं, बाह्य रोगी, भर्ती रोगी और प्रयोगशाला अनुभाग को कागजी रूप से प्रबंधित किया जा रहा है।

भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि रैंसमवेयर हमले की जांच कर रहे हैं। रैंसमवेयर हमले के कारण कंप्यूटर तक पहुंच बाधित हो जाती है और पहुंच देने के लिए हैकर धन की मांग करते हैं। इस मामले पर गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक होने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) जांच कर सकती है।

दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा 25 नवंबर को जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।

एम्स-दिल्ली ने एक बयान में कहा, ‘‘डेटा बहाली और सर्वर को दुरुस्त करने का कार्य प्रगति पर है और डेटा की मात्रा तथा अस्पताल सेवाओं के लिए सर्वर की बड़ी संख्या के कारण कुछ समय लग रहा है। साइबर सुरक्षा के लिए उपाय किए जा रहे हैं।’’

सर्वर हैक होने के बाद यह बात कही जा रही थी कि डेटा रिस्टोर करने के लिए हैकरों ने 200 करोड़ रुपये की फिरौती क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मांगी थी। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने ऐसी किसी भी बात की जानकारी होने से इनकार किया है। 

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest