कार्टून क्लिक: किसानों की दुर्दशा बताने को क्या अब भी फ़िल्म की ज़रूरत है!
फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी का कहना है कि ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि किसान का बेटा भी एक फिल्म बना सके।

एक ओर जहां देश का किसान अपनी फसल के दाम को तरस रहा है, कर्ज में दबकर आत्महत्या कर रहा है। ऐसे में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी कह रहे हैं कि ऐसा माहौल बनाया जाए ताकि एक किसान का बेटा भी फिल्म बना सके।
प्रसून जोशी की बात पर अगर किसान ग़लती से भी अमल कर गया, तो पहले वो अपनी जमीन बेचे, फिर फिल्म बनाए। गज़ब क्रोनोलॉजी है साहब...
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