Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

गिनी में तख़्तापलट: सेना ने राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को गिरफ़्तार किया, सरकार भंग करने की घोषणा

तख़्तापलट करने वाले नेताओं ने देश के संविधान को भंग करने की भी घोषणा की है। इसे पिछले साल संशोधित किया गया था ताकि कोंडे को तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति मिल सके।
गिनी में तख़्तापलट: सेना ने राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को गिरफ़्तार किया, सरकार भंग करने की घोषणा

स्पष्ट तख्तापलट के एक प्रयास में रविवार 5 सितंबर को सशस्त्र बलों ने राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को गिरफ्तार कर लिया और गिनी की सरकार को भंग करने की घोषणा की। राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के दौरान राजधानी कोनाक्री में राष्ट्रपति भवन और इसके आसपास भारी गोलाबारी में कम से कम दो लोग घायल हो गए।

तख्तापलट करने वाले नेता कर्नल ममदी डूंबौया ने एक टीवी प्रसारण में घोषणा की कि सशस्त्र बलों ने देश पर नियंत्रण कर लिया है और राष्ट्रपति अल्फा कोंडे के नेतृत्व वाली सरकार को भंग कर दिया है। उन्होंने देश के संविधान को भंग करने की भी घोषणा की और देश को चलाने के लिए सशस्त्र कमांडरों को तैनात करने की अपनी योजना जाहिर की।

इस तख्तापलट को अंजाम देने वाले सैनिकों ने अपने समूह का नाम नेशनल कमेटी फॉर रिकॉन्सिलिएशन एंड डेवलपमेंट (सीएनआरडी) दिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया कि कोंडे उनकी हिरासत में सुरक्षित हैं। उन्होंने राष्ट्रीय कर्फ्यू की भी घोषणा की और सोमवार को "निवर्तमान मंत्रियों और संस्थानों के पूर्व अध्यक्षों" को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया।

रॉयटर्स ने चश्मदीदों के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति भवन के पास भारी गोलाबारी में कम से कम दो लोग घायल हो गए। राष्ट्रपति कोंडे के ठिकानों का अभी भी पता नहीं है।

पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनावों के बाद 7 नवंबर को राष्ट्रपति अल्फा कोंडे (83 वर्ष) को तीसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति घोषित किया गया था। मार्च 2020 में तीसरी बार फिर से चुनाव लड़ने के लिए दो कार्यकाल की सीमा वाले संविधान में संशोधन करने के उनके फैसले के कारण पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनों को बल प्रयोग से दबा दिया गया जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।

विपक्ष ने पिछले चुनाव के दौरान भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार तख्तापलट की खबर सामने आने के बाद कोनाक्री शहर के कुछ हिस्सों में लोग सड़कों पर जश्न मनाते देखे गए।

हालांकि, कई क्षेत्रीय और विश्व के नेताओं ने इस तख्तापलट के प्रयास की निंदा की और सेना से राष्ट्रपति को रिहा करने के लिए कहा। इकोनॉमिक कम्यूनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स (ईसीओडब्ल्यूएएस) ने प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने यह कहते हुए तख्तापलट करने वाले नेताओं से अल्फा कोंडे की तत्काल रिहाई के लिए कहा कि, "मैं व्यक्तिगत रूप से गिनी की स्थिति को देख रहा हूं"।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest