नयी दिल्ली: कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने महंगाई, बेरोजगारी तथा जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर)वृद्धि के खिलाफ शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय से अपना विरोध-प्रदर्शन शुरू किया।
पार्टी उसके नेताओं को निशाना बनाने के लिए सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित गलत इस्तेमाल के खिलाफ भी प्रदर्शन कर रही है।

प्रदर्शन कर रहे पार्टी के नेताओं, सांसदों के हाथ पर काली पट्टी बंधी नजर आई।
दिल्ली पुलिस ने नयी दिल्ली जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल को लिखे एक पत्र में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत नयी दिल्ली जिले में निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए पार्टी को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
पत्र में कहा गया है, ‘‘विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है कि आप अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार को धरना प्रदर्शन करने वाले हैं। इस संबंध में आपको सूचित किया जाता है कि ‘जंतर मंतर’ को छोड़कर नयी दिल्ली जिले के पूरे क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा 144 लागू है। सुरक्षा/कानून-व्यवस्था/यातायात कारणों और मौजूदा दिशानिर्देशों के मद्देनजर शुक्रवार को नयी दिल्ली जिले के क्षेत्र में विरोध/धरना/घेराव की अनुमति नहीं दी जा सकती है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘निर्देश का कोई भी उल्लंघन होने की स्थिति में आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है।’’
कांग्रेस ने मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी बढ़ाए जाने के खिलाफ पांच अगस्त को बड़े पैमाने पर विरोध की योजना बनाई है। प्रदर्शन के तहत कांग्रेस राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगी और प्रधानमंत्री आवास का ‘घेराव’ करेगी। कांग्रेस के लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी निकाल सकते हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि, "महंगाई, बेरोजगारी और GST के खिलाफ कांग्रेस सांसदों का विरोध शुरू होते ही राज्यसभा सुबह 11 बजे के तुरंत बाद स्थगित कर दी गई। जल्द ही कांग्रेस के सभी सांसद राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे।"
उन्होंने आगे लिखा कि, "मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों, आसमान छूती महंगाई और बेतहाशा बेरोजगारी के खिलाफ आज देशभर में कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन कर रही है। एक तरफ, लोगों के पास रोजगार नहीं है और आमदनी कम होती जा रही है। दूसरी तरफ, मोदी सरकार रोजमर्रा की जरूरी चीजों पर भी GST लगा रही है।"
राहुल गांधी ने भी महंगाई और भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस के प्रदर्शनों को रोकने के लिए सरकारी तंत्रों द्वारा उठाए गए कदमों के ख़िलाफ़ ट्वीट किया कि,"इस तानाशाह सरकार को डर लग रहा है। भारत की हालत से, कमरतोड़ महंगाई और ऐतिहासिक बेरोज़गारी से, अपनी नीतियों से लायी बर्बादी से। जो सच्चाई से डरता है, वो ही आवाज़ उठाने वालों को धमकाता है।"
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)