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लखीमपुर खीरी घटना को लेकर बिहार में प्रदर्शन, पीएम मोदी का पुतला दहन किया गया

"ये घटना बहुत ही निंदनीय है। यह किसान आंदोलन पर सरकार का सबसे बड़ा हमला है। जिस तरीके से बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या की गई है वह चौंकाने वाली है। यह आंदोलन और तेज होगा और इस सरकार के ख़िलाफ़ जनता और ज्यादा संगठित होकर मैदान में आएगी।"
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लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर राजधानी पटना समेत बिहार के अन्य जिलों में किसान यूनियन और वाम दलों ने जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया। साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और दोषियों पर मुकदमा चलाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान पीएम मोदी का पुतला भी दहन किया गया।

पटना में प्रदर्शन

इस घटना को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए पटना जंक्शन के पास वाम दल, किसान संगठन समेत अन्य संगठनों के सदस्य इकट्ठा हुए। यहां से प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए डाकबंगला के पास पहुंचे और पीएम मोदी का पुतला दहन किया। यहां पर एक सभा का आयोजन किया गया जिसे सभी किसान नेताओं ने संबोधित किया। इस सभा को एआईकेएस के सोने लाल ने संबोधित करते हुए कहा कि ये घटना बहुत ही निंदनीय है। यह किसान आंदोलन पर सरकार का सबसे बड़ा हमला है। जिस तरीके से बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या की गई है वह चौंकाने वाली है। यह आंदोलन और तेज होगा और इस सरकार के खिलाफ जनता और ज्यादा संगठित होकर मैदान में आएगी। इस तरह की बर्बरता से किसी आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता है। सभा में उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि इस आंदोलन को हमें और तेज करनी है। सीपीआई (एम) के नेता अरूण मिस्रा ने कहा हर जगह इस घटना का प्रतिरोध हो रहा है। इस घटना को लेकर हर जगह मोदी-योगी का पुतला दहन किया जा रहा है। इसको लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। इसने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है। ये घटना आंदोलन के बढ़ाने में ही मदद करेगा। लोगों में किसी तरह का कोई डर या भय नहीं है बल्कि इसके खिलाफ रोष का वातावरण है। इस सभा में सीपीआई के नेता रामजीवन, सीपीआई (एमएल) के नेता समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद थें।

हाजीपुर में निकाली जुलूस

इस घटना को लेकर बिहार के हाजीपुर में भी किसान नेताओं और वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व सीपीआईएम के जिला सचिव राजनारायण ने किया। हाजीपुर शहर में इसको लेकर जुलूस निकाला गया। जुलूस राजेंद्र नगर चौक पास से निकला पूरा शहर घूमते हुए क्लेक्टेरियट के पास पहुंचा। इस दौरान मंत्री को बर्खास्त करने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई। जुलूस जब हाजीपुर क्लेक्टेरियट के गेट के पास पहुंची तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के नेताओं को वहीं रोक दिया। इस बीच प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच मामूली झड़प हो गई। पुलिस नेताओं को मैजिस्ट्रेट से मिलने देना नहीं चाहती थी। प्रदर्शनकारी जब मैजिस्ट्रेट से मिलने के जिद पर अड़े तो पुलिस मैजिस्ट्रेट से मिलने की बाबत अधिकारी से पूछने गई। मैजिस्ट्रेट ने नेताओं को मिलने की अनुमति दे दी। इन नेताओं मैजिस्ट्रेट को एक मेमोरेंडम सौंपा जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा पर मुकदमा कर गिरफ्तार करने की मांग की गई है। साथ ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषियों को अविलंब फांसी देने की मांग की गई। वहीं इस मेमोरेंडम में योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की गई। मृतकों को एक-एक करोड़ मुआवजा देने की मांग की गई जबकि घायलों को पचास-पचास लाख रूपये दिए जाएं। पीड़ित परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दिया जाए।

उधर मुजफ्फरपुर सीपीआई (एम) के जिला सचिव अब्दुल गफ्फार ने कहा कि प्रतिरोध मार्च निकालते हुए मुजफ्फरपुर के कल्याणी चौक के पास प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की गई और दोषियों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग की गई।

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