Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

मज़दूर-किसान संघर्ष रैली के साथ आए प्रतिष्ठित नागरिक और बुद्धिजीवी

दिल्ली में 5 अप्रैल को होने वाली मज़दूर-किसान संघर्ष रैली के समर्थन की अपील पर बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित नागरिकों और बुद्धिजीवियों ने हस्ताक्षर किए हैं।
workers-peasants struggle rally

5 अप्रैल 2023 को मजदूर-किसान संघर्ष रैली में भाग लेने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने वाले मजदूरों, किसानों और खेत मजदूरों के ऐतिहासिक संघर्ष में शामिल होने की अपील के एक बयान पर बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित नागरिकों और बुद्धिजीवियों ने हस्ताक्षर किए हैं।

तपन सेन, महासचिव, सीआईटीयू, विजू कृष्णन महासचिव, एआईकेएस और बी. वेंकट महासचिव, एआईएडब्ल्यू की ओर से जारी बयान के अनुसार अपील पर प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, कवियों, लेखकों, साहित्यिक आलोचकों, वकीलों, वैज्ञानिकों, कलाकारों, अभिनेताओं, फिल्म निर्माताओं, पत्रकारों और अन्य पेशेवरों के दायरों से और देश के विभिन्न हिस्सों से हस्ताक्षर किए गए हैं।

हस्ताक्षरकर्ताओं की सूची में प्रमुख नाम प्रभात पटनायक, इरफान हबीब, सुमित सरकार, मनोरंजन मोहंती, के.एम. श्रीमाली, उत्सा पटनायक, के. सचिदानंदन, पी. साईनाथ, जयति घोष, सी.पी. चंद्रशेखर, हर्ष मंदर, जॉन दयाल, एन. राम, एडमिरल एल. रामदास, नसीरुद्दीन शाह, रत्ना पाठक शाह, तीस्ता सीतलवाड़, नंदिता नारायण, आनन्द पटवर्धन, सईद मिर्जा, शाजी एन. करुण, सैयदा हमीद, तनिका सरकार, अचिन वनाईक, राजीव भार्गव, शशि कुमार आदि समेत अनेक गणमान्य शख्सियतें शामिल हैं।

अपील शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में मेहनतकश जनता के सभी तबकों के जीवन और आजीविका में तेज गिरावट की ओर ध्यान आकर्षित करती है, जो सरकार के व्यवस्थित नीतिगत हमलों का परिणाम हैै। सरकार की इन नीतियों का मूल मकसद केवल कॉरपोरेट क्षेत्र के मुनाफे को बढ़ावा देना है। इन नीतियों से ध्यान हटाने के लिए जहरीले घृणा के अभियान और सरकारी संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है; जो हमारे समाज को विखंडित करने और हमारे संविधान के मूलभूत स्तंभों- लोकतंत्र, संघवाद और

धर्मनिरपेक्षता को नष्ट करने के रूप में खतरा पेश करतेे हैं।

यह अपील मजदूर वर्ग और किसानों द्वारा इस कॉरपोरेट-साम्प्रदायिक एजेंडे के प्रतिरोध के महत्व और उनकी सफलताओं पर जोर देती है। साल भर चलने वाले किसान संघर्ष और महाराष्ट्र के बिजली कर्मचारियों की हालिया जीत इन सफलताओं के उदहारण हैैं। अपील इस बात पर जोर देती है कि दिल्ली में होने वाला यह ऐतिहासिक प्रदर्शन जनप्रतिरोध को आगे बढ़ाएगा और इस सरकार को नोटिस देगा कि उसकी जनविरोधी नीतियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस अपील पर हस्ताक्षर करने वालों की ओर से कहा गया है कि वे 5 अप्रैल 2023 को दिल्ली में होने वाली मजदूर किसान संघर्ष रैली को अपना पूर्ण सामर्थन देते हैं और सभी क्षेत्रों की जनता से इसका संदेश फैलाने और इसमें भाग लेने की अपील करते हैं-

पूरा बयान और हस्ताक्षर कर्ताओं के नाम आप नीचे फ़ाइल को क्लिक करके पढ़ सकते हैं-

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest