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हैतीः राष्ट्रपति जोवेनेल के ख़िलाफ़ राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए विपक्ष का आह्वान

लैटिन अमेरिकी और कैरेबियन क्षेत्र के कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों व नेताओं ने हैती के इस संघर्ष में अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
हैतीः राष्ट्रपति जोवेनेल के ख़िलाफ़ राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए विपक्ष का आह्वान

4 फरवरी को मोइसे जीन चार्ल्स के नेतृत्व वाले हैती की विपक्षी पार्टी पिटिट डेसलिन्स पॉलिटिकल पार्टी (पीपीपीडी) ने यूएस समर्थित राष्ट्रपति जोवेनेले मोइसे के खिलाफ 5 और 6 फरवरी को राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है। पीपीपीडी ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे 1987 के संविधान का सम्मान करने के लिए और 7 फरवरी को सत्ता छोड़ने के लिए देश भर में सामूहिक रूप से आंदोलन करें।

मोइसे जीन चार्ल्स ने 1 और 2 फरवरी को सफल ट्रेड यूनियनों के लिए ट्रेड यूनियनों को बधाई दी और जोर देकर कहा कि श्रमिकों और नागरिकों की एकजुट कार्रवाई इस संघर्ष में बहुत ज़रुरी है। उन्होंने विभिन्न विपक्षी गुटों से मोइसे के जाने के बाद आने वाले दो वर्षों के ट्रांजिशनल सरकार के लिए एक सामान्य स्थिति स्थापित करने का आह्वान किया। मोइसे जीन चार्ल्स ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने का अनुरोध किया है।

10 जनवरी से हैती के हजारों लोग इस साल 19 सितंबर को राष्ट्रपति पद के लिए और संसदीय चुनाव कराने के मोइसे के फैसले को खारिज करने के लिए देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष ने मोइसे के 7 फरवरी, 2022 तक अपने कार्यकाल की अवधि बढ़ाने के फैसले को लेकर निंदा किया है जो कि संविधान के अनुसार 7 फरवरी, 2021 को समाप्त हो रहा है।

वर्तमान संविधान को बदलने के लिए 25 अप्रैल को जनमत संग्रह कराने के सरकार के फैसले को हैती के नागिरकों ने खारिज कर दिया है। मौजूदा संविधान 1986 के लोकतांत्रिक आंदोलन की मुख्य उपलब्धि है। विपक्ष ने इस जनमत संग्रह को "गैरकानूनी" माना क्योंकि 1987 का संविधान लोक परामर्श के माध्यम से इसके संशोधन को प्रतिबंधित करता है। नागरिकों के साथ-साथ विपक्ष भी मांग कर रहा है कि 7 फरवरी को मोइसे कुर्सी छोड़ दें और आम चुनाव कराने के लिए एक ट्रांजिशनल सरकार की स्थापना की जाए।

देश की प्रमुख विपक्षी संस्थाएं पहले ही उनकी जगह लेने के लिए कोर्ट ऑफ कैसेशन के एक न्यायाधीश के साथ समझौता कर चुकी हैं।

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