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इराक़ : राजनीतिक उठापटक के बीच नई सरकार बनाने के लिए तीसरे प्रधानमंत्री की नियुक्ति

पिछले सप्ताह सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटा पाने में विफल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अदनान अल ज़ुर्फ़ी ने अपना नाम वापस ले लिया था। ज़ुर्फ़ी द्वारा नाम वापस लेने के बाद कदीमी के नाम की घोषणा की गई थी।
इराक़

इराक के राष्ट्रपति बरहम सलेह ने खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख मुस्तफा अल-कदीमी को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया है। पिछले कुछ महीनों के भीतर इराक में तीसरे प्रधानमंत्री की नियुक्ति हुई है। गत गुरुवार की घोषणा के बाद कदीमी ने कुर्दिश नेताओं से मुलाकात की और रिपोर्टों के अनुसार रविवार 12 अप्रैल को उनका समर्थन मिला।

पिछले सप्ताह सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटा पाने में विफल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अदनान अल जुर्फी ने अपना नाम वापस ले लिया था। जुर्फी द्वारा नाम वापस लेने के बाद कदीमी के नाम की घोषणा की गई थी।

जुर्फी की अमेरिका समर्थक वाली छवि होने के चलते इराक की संसद में राजनीतिक दलों के प्रभावशाली शिया ब्लॉक्स की तरफ से बढ़ते विरोध का उन्हें सामना करना पड़ रहा था।

पिछले साल नवंबर महीने में आदिल अब्दुल महदी द्वारा प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया गया था जिसके बाद से वे कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर कार्य कर रहे हैं। उनके इस्तीफा देने के बाद से चार महीना गुजर जाने पर इराक में अब तक पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं बन पाई है। राजनीतिक और व्यावसायिक विशिष्ट वर्ग, व्याप्त भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी, कुशासन और पर्याप्त सार्वजनिक सेवाओं की कमी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन और अपनी सरकार के ख़िलाफ़ विरोध के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

ये विरोध प्रदर्शन 1 अक्टूबर 2019 से शुरू हुआ था। इन प्रदर्शनों में राजनीतिक और प्रशासनिक सुधार की मांग की गई और साथ ही भ्रष्ट राजनेताओं और व्यापारियों के नियंत्रण की खतरनाक सांठ गांठ को समाप्त करने और राष्ट्रीय राजनीति पर इनके प्रभाव को रोकने तथा देश के मामलों में बाहरी प्रभाव व हस्तक्षेप को रोकने की मांग की गई।

इन विरोध प्रदर्शनों के परिणामस्वरूप इराकी सुरक्षा बलों के हाथों 500 से अधिक इराकी नागरिक मारे गए, वहीं 15,000 से अधिक लोगों के गंभीर रूप से घायल होने के मामले सामने आए हैं।

उनकी नियुक्ति के बाद, कदीमी के ट्विटर अकाउंट के हवाले से लिखा गया, “इराकी सरकार की अगुवाई करने के लिए अपने मनोनयन के साथ, मैं अपने आदरणीय जनता से काम करने की प्रतिज्ञा करता हूं। ये सरकार इराकियों की आकांक्षाओं और मांगों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। मैं एक कार्यक्रम और एक कैबिनेट के साथ इराकियों को सौगात देने का अथक प्रयास करूंगा जो उन्हें सेवा देने,उनके अधिकारों की रक्षा करने और एक समृद्ध भविष्य की ओर इराक को ले जाने के लिए काम करेगा।”

Covid-19 महामारी के समय राजनीतिक अनिश्चितता इराक को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। 12 अप्रैल तक इससे प्रभावित 1200 से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं इसके चलते 76 लोगों की मौत हो गई है।

अब सरकार बनाने और संसद में बहुमत हासिल करने के लिए कदीमी के पास 30 दिन का समय है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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