क्या गिरफ़्तारियों के पीछे है बड़ी डिज़ाइन!
खोज ख़बर के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बताया कि किस तरह से दिल्ली दंगों के संबंध में की जा रही गिरफ़्तारियों का पैटर्न कमोबेश वही है जो भीमा कोरेगांव केस में इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने इन गिरफ़्तारियों से जुड़े स्त्री पक्ष पर प्रकाश डाला। बात और मुलाक़ात की गिरफ़्तार नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और लेखक गौतम नवलखा की जीवनसाथी सहबा हुसैन से। बात की वकील और एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज की बेटी मायशा और नागपुर जेल में सज़ा काट रहे 90 फीसदी विकलांग प्रोफेसर जी.एन. साईबाबा की जीवनसाथी वसंता से।
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