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नासिक की रसायन फैक्टरी में लगी आग पर 24 घंटे बाद भी काबू नहीं पाया जा सका

“विस्फोट के कारण आग लग गई। घटना में एक महिला की मौत हो गई। 14 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में से चार की हालत गंभीर है।”
Nashik
फ़ोटो साभार: पीटीआई

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में रविवार को एक रसायन फैक्टरी की भट्ठी (बॉयलर) में विस्फोट के बाद लगी भीषण आग में दो लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

राज्य सरकार ने आग लगने के सही कारण का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का फैसला किया।

अधिकारियों ने कहा कि यह घटना इगतपुरी तालुका में मुंबई-आगरा राजमार्ग के किनारे मुंढेगांव स्थित जिंदल पॉली फिल्म्स कंपनी में पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे हुई। उन्होंने बताया कि विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज आसपास के गांवों में भी सुनाई दी। आग और धुआं दूर से ही देखा जा सकता था।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और बाद में अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की।

मुंढेगांव नासिक से लगभग 30 किलोमीटर और मुंबई से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित है।

नासिक पुलिस के एक अधिकारी ने करीब नौ बजे बताया कि नौ घंटे बाद भी आग अभी भी भड़की हुई है। दमकल की कम से कम 20-22 गाड़ियां मौके पर हैं।

शिंदे ने कहा, “जिंदल कंपनी में आग बहुत भीषण थी। आग लगने के पीछे का कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी। इस घटना में 19 कर्मचारी घायल हुए थे और उनमें से दो की मौत हो गई।”

उन्होंने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी और घायलों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी।

सूत्रों ने कहा कि घटना में मरने वाली दोनों महिला थीं।

शिंदे ने दिन में कहा था कि देवलाली (नासिक जिले में) में वायु सेना स्टेशन बचाव अभियान के लिए एक हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराएगा।

बाद में एक हेलीकॉप्टर और सेना के जवान मौके पर पहुंचे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हेलीकॉप्टर का उपयोग नहीं किया गया क्योंकि ‘स्थिति बदल गई’, लेकिन इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।

अग्निशमन दल, पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान मौके पर पहुंचे।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अब तक 19 लोगों को बचाया गया है और उनमें से 17 को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

संभागीय राजस्व आयुक्त राधाकृष्ण गामे ने संवाददाताओं को बताया, “विस्फोट के कारण आग लग गई। घटना में एक महिला की मौत हो गई। 14 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में से चार की हालत गंभीर है।”

उन्होंने कहा, “आमतौर पर, कंपनी में 20 से 25 लोग काम करते हैं। लेकिन, चूंकि यह नए साल का पहला दिन था, इसलिए रविवार को संख्या कम थी। परिसर में बड़ी घास उगी हुई है और हर जगह ज्वलनशील पदार्थ पड़ा हुआ है, ऐसे में हमारा पहला उद्देश्य आग पर काबू पाना है। आग लगने के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। इसमें कुछ समय लगेगा।”

मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि 11 घायलों को नासिक के सुयश अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

उन्होंने कहा, “ यह एक स्वचालित संयंत्र था और विस्फोट के समय बहुत अधिक लोग मौजूद नहीं थे। सरकार बचाव कार्यों के लिए जो भी प्रयास करने की आवश्यकता होगी, करेगी, कोई कमी नहीं होगी। हमारे अधिकारी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक मौके पर हैं।”

मुख्यमंत्री ने बाद में ट्वीट किया, “मैं घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य के अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है।

नासिक की रहने वाली मंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

उन्होंने कहा, “विभिन्न अस्पतालों – नासिक जिला सिविल अस्पताल, एसएमबीटी अस्पताल और अन्य चिकित्सा संस्थानों (जरूरत पड़ने पर) में 100 बिस्तर तैयार रखे गए हैं।”

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