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आसमान में भी 'धारा-144’! गुजरात विद्यापीठ में विरोध की पतंग उड़ाने से रोका

CAA-NPR-NRC के विरोध में विद्यार्थियों ने ये तय किया था कि वे नारे लिखी पतंगें उड़ाएंगे लेकिन गुजरात सरकार को यह भी नहीं बर्दाश्त हुआ। गुजरात विद्यापीठ के मौजूदा डायरेक्टर राजेंद्र खिमानी ने कैंपस में पुलिस बुला ली और पुलिस ने इस विरोध की 'पतंगबाज़ी' को रोक दिया।
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संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश भर में विरोध के नए-नए तरीके ईजाद किए जा रहे हैं। मकर संक्रांति के मौके पर अहमदाबाद की गुजरात विद्यापीठ के विद्यर्थियों और नागरिक समाज के लोगों ने नए ढंग से सीएए और एनआरसी पर अपना विरोध दर्ज कराने की कोशिश की। इनके विरोध का तरीका बहुत अधिक रचनात्मक और आकर्षक था। इन्होंने यह तय किया था कि मकर संक्रांति के दिन संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी विरोधी नारे लिखे हुई पतंगों को आकाश में उड़ाएंगे।लेकिन गुजरात सरकार को यह भी नहीं बर्दाश्त हुआ। गुजरात विद्यापीठ के मौजूदा डायरेक्टर राजेंद्र खिमानी ने कैंपस में पुलिस बुला ली और पुलिस ने इस विरोध की 'पतंगबाज़ी' को रोक दिया।

प्रोफेसर राजेंद्र खिमानी का कहना है कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय प्रशासन की इजाज़त के बिना ऐसा करने जा रहे थे। जबकि हकीकत यह है कि गुजरात विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस आयोजन के लिए अनुमति लेने की कोशिश की थी लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इजाजत देने से इंकार कर दिया था। फिर भी विद्यार्थियों ने आयोजन करने का फैसला किया। विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगा कि नवरात्रि और होली पर विश्वविद्यालय में ऐसे आयोजन होते रहते हैं तो मकर संक्रांति को क्यों नहीं हो सकता?

पुलिस के रोकने के बाद भी कुछ विद्यार्थी वहीं पर डटे रहे। इन विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय गेट के सामने राष्ट्रगान गाया और विश्वविद्यालय मैदान में आकर विरोध दर्ज करने वाली पतंगों को उड़ाया।

पीटीआई की ख़बर के तहत गुजरात विद्यापीठ के अलावा गुजरात के दूसरे जगहों पर भी मकर संक्रांति के दिन संशोधित नागरिकता कानून के विरोध और समर्थन में पतंग उड़ाई गई। विरोधियों और समर्थकों के बीच झड़प की स्थिति भी बनी लेकिन स्थानीय नेताओं के बीच बचाव में आने की वजह से झड़पें बहुत आगे नहीं बढ़ीं।

गुजरात विद्यापीठ की घटना पर निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट किया कि अब तो आसमान में भी Section 144 लागू ! गाँधी के गुजरात उन्हीं के द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ में पुलिस जबरन विद्यार्थियों से आईडी कार्ड मांगने लगी। यह विद्यार्थी CAA, NRC और NPR के विरोध में कैंपस के अंदर पतंग उड़ाना चाहते थे !

इसी के साथ पूर्व प्रशानिक अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने भी ट्वीट किया कि महात्मा गांधी द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ अपने 100वें साल हो गए हैं। सौ साल में पहली बार इस विश्वविद्यालय में पुलिस ने आकर हस्तक्षेप किया है। विद्यार्थियों को पतंग उड़ाने से रोका लेकिन विद्यार्थी डटे रहे।

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