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15 अगस्त 1947: जश्न-ए-आज़ादी और ग़म-ए-बंटवारे के बीच था देश

हम सब जानते हैं, देश स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है -1947 में यह दिन, ख़ुशी का दिन था, या दुःख का दिन, या एक किस्म का mixed emotions वाला दिन? 'इतिहास के पन्ने मेरी नज़र से' के इस अंक में आइये जानते हैं वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय के साथ

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