Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

यूपी : आगरा के बाद उन्नाव रेप पीड़िता ने तोड़ा दम, कहाँ है अच्छी क़ानून व्यवस्था?

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध पूरे देश में सबसे ज़्यादा हैं। पुलिस हर दो घंटे में बलात्कार का एक मामला दर्ज करती है, जबकि राज्य में हर 90 मिनट में एक बच्ची के ख़िलाफ़ अपराध की सूचना दी जाती है।
Stop Rape

उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बेहतर क़ानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा के तमाम दावे करने वाली बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के वायदे खोखले साबित हो रहे हैं। एक के बाद दुष्कर्म की घटनाओं ने लोगों का सरकार और प्रशासन से विश्वास उठा दिया है। जन सैलाब आक्रोष में सड़कों पर है, इसके बावजूद अपराधी बेखौफ़ घूम रहे हैं।

मंगलवार, 10 मार्च होली के दिन दोपहर बाद उन्नाव ख़बरों में था। ये वही उन्नाव है जहां बीजेपी से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक महिला के साथ पहले बलात्कार और फिर उन्हें मारने की कोशिश के आरोप लगे थे, जिसे बाद में कोर्ट ने सेंगर को दोषी भी क़रार दिया। उसी उन्नाव में एक बार फिर एक नाबालिग के साथ पहले बलात्कार और फिर गला दबाकर मार डालने का मामला सामने आया है।

पुलिस के अनुसार तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची से बलात्कार के बाद आरोपी ने उसका गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की।

क्षेत्राधिकारी (बीघापुर) अंजनी राय ने बताया कि हैलेट अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गयी। बच्ची के परिजन ने अज्ञात के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया है।

क्या है पूरा मामला?

घटना बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की है। मंगलवार दोपहर जब लोग होली खेल रहे थे, तभी आरोपी अज्ञात युवक एक12 वर्षीय बच्ची को बहला फुसलाकर खेत की तरफ ले गया। वहां बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और फिर बच्ची ने जब शोर मचाया तो युवक ने उसका गला दबा दिया। बच्ची के बेहोश हो जाने पर उसे मरा समझकर युवक वहां से फरार हो गया।

कुछ देर बाद खेत की तरफ पहुंचे गांव वालों ने बच्ची को अस्तव्यस्त हालत में अचेत देखा तो अनहोनी की आशंका पर सहम गए। सूचना मिलने पर खेत पहुंचे बच्ची के घरवालों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटनस्थल पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को पाटन पीएससी लेकर गई जहां से डॉक्टरों ने उसे महिला जिला अस्पताल भेज दिया। मामले के तूल पकड़ने पर गांव के बाहर फाग सुन रहे अन्य परिवारजनों के साथ भारी भीड़ जिला अस्पताल पहुंच गई और हंगामा करने लगी।

पुलिस ने मामला बिगड़ते ही उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। जानकारी होते ही एसपी विक्रांत वीर भारी फोर्स के साथ महिला जिला अस्पताल पहुंच गए। नाबालिग पीड़िता का महिला जिला अस्पताल में करीब एक घंटे इलाज चलता रहा लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार न होने पर डॉक्टर ने उसे कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस व परिजन एंबुलेंस से बच्ची को हैलट लेकर रवाना हो गए हैं। हैलट पहुंचने पर छात्रा ने दम तोड़ दिया।

बता दें कि इसी थाना क्षेत्र में कुछ माह पहले दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था।

इस घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, "यूपी की भाजपा सरकार में बच्चों के साथ अपराध की सबसे ज्यादा घटनाएं घटी हैं।"

उन्होंने कहा, "क्या सरकार पर इन घटनाओं का कोई असर नहीं पड़ता? नौ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ और इलाज के दौरान वह नहीं रही। आखिर कब तक ऐसे चलेगा।"

इससे एक दिन पहले ही आगरा के दन्नाहार थाना क्षेत्र के एक गांव से सोमवार, 9 मार्च की शाम लापता हुई 8 वर्षीय मासूम का शव झाड़ियों में पड़ा मिला। खबरों के अनुसार दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या की गई और शव झाड़ियों में फेंक दिया गया। 

होली के दिन मंगलवार को दोपहर खेतों पर निकली महिलाओं ने बच्ची का शव देखा और परिजनों को जानकारी को दी। दुष्कर्म के बाद बालिका की हत्या की खबर फैलते ही इलाके में मातम पसर गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 वर्षीय बालिका रोज़ की तरह शाम को घर से खेलने के लिए गांव में निकली थी। देर शाम को वह वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। रात भर उसकी तलाश की गई लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। मंगलवार की सुबह 11 बजे के करीब गांव की महिलाओं को झाड़ियों में बच्ची का शव मिला।

घटना की ख़बर मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौक़े पर पहुंच गए। परिजनों से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने शव क़ब्ज़े में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक दुष्कर्म और महिलाओं के साथ दुराचार की ख़बरें सामने आ रही हैं। प्रदेश में बीजेपी की योगी सरकार 2017 से सत्ता में है लेकिन क़ानून-व्यवस्था के अन्य मोर्चों के साथ ही सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी नाकाम ही रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध पूरे देश में सबसे ज़्यादा हैं। पुलिस हर दो घंटे में बलात्कार का एक मामला दर्ज करती है, जबकि राज्य में हर 90 मिनट में एक बच्चे के ख़िलाफ़ अपराध की सूचना दी जाती है। 2018 में बलात्कार के 4,322 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि नाबालिगों के मामलों में, 2017 में 139 के मुकाबले 2018 में 144 लड़कियों के बलात्कार के मामले सामने आए थे।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest