मन की असली बात : फ़ौजी भाइयों के साथ
(डिसक्लेमर : इस संबोधन / आलेख का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ से कोई संबंध नहीं हैं। अगर आपको ऐसा लगे तो इसे महज़ संयोग मात्र समझें : लेखक)
मेरे प्यारे जवान भाइयों, मैं आज आपसे अपने मन की असली बात करना चाहता हूं। मेरे प्यारे जवान भाइयों, मैं बचपन से ही फौज में भर्ती हो कर, भारत माता की सेवा करना चाहता था। अगर मैं चाय न बेचता तो आज फौज में भर्ती हो कर, आप लोगों के बीच रहकर भारत माता की सेवा कर रहा होता।
वीर जवानों, मेरे से पहले आज तक किसी ने भी आप को वह स्थान नहीं दिया जो मैं आप लोगों को देता हूँ। क्या आज से पहले कभी किसी ने भी अपने विरोधियों का मुंह बंद करने के लिए आप जवानों का ‘सदुपयोग’ किया है। जब भी कोई मेरे या मेरी सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलता है, तो मेरे समर्थक उसका मुंह बंद करने के लिए आप जवान लोगों की शहादत का उपयोग करते हैं "वहां जवान लोग शहादत दे रहे हैं, सियाचिन में ड्यूटी कर रहे हैं और तुम मोदी के खिलाफ बोल रहे हो। शर्म करो, शर्म।" क्या ऐसा किसी और ने किया है।
कांग्रेस के आज के नामजादों की एक दादी होती थी। आपको याद होगा, आप जवानों ने उन दिनों देश के लिए इतिहास की सबसे बड़ी जीत हासिल की। पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग किया। नब्बे हजार सैनिकों से आत्म समर्पण कराया। पर उस औरत ने आपका अहसान नहीं माना। चुनावों में आपकी इस जीत का नाम तक नहीं लिया। आपकी जीत को नहीं भुनाया। और दूसरी तरफ मैं हूँ। आपने मेरे शासन में दो सर्जिकल स्ट्राइक की। और मैंने उन्हें कितना बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया। जवान भाइयों, आप खुद देख सकते हैं कांग्रेस कितनी अहसान फरामोश पार्टी है और मैं आप जवानों का कितना अहसान मानता हूँ। हर क्षण हर पल सर्जिकल स्ट्राइक को याद करता रहता हूँ। चुनावी रैलियों में तो और ज्यादा याद करुंगा और उसका पूरा लाभ हासिल कर के रहूंगा।
मेरे प्यारे जवान भाइयों, कांग्रेस हमेशा ही आपका मोरेल खत्म करने पर लगी रहती है। सिर्फ छह सौ करोड़ का जहाज खरीद रही थी आप लोगों के लिए। इतने सस्ते जहाज से हमारे जवानों का मोरेल डाउन होता या नहीं। इसलिए मैंने वही जहाज सोलह सौ करोड़ रुपए में खरीदा जिससे जवानों का मोरेल ऊंचा बना रहे। दुश्मन भी समझ नहीं पायेगा कि इतने मंहगे जहाज में क्या क्या लगा है और क्या नहीं लगा है। वह भी गच्चा खा जायेगा। देखी मेरी अक्लमंदी। पाकिस्तान और चीन ही नहीं, अमेरिका भी यह सोच परेशान हो रहा होगा कि ये इस मोदी ने छह सौ का जहाज सोलह सौ में क्यों खरीदा। इसमें क्या क्या लगवाया। पर सच्ची बात तो यह है कि जहाज वही है जो छह सौ करोड़ का था। देखा, अपनी बुद्धिमानी से दुश्मन को कैसे गच्चा दे दिया और खुद भी कमा लिया।
कांग्रेस को हमारे जवानों की वीरता पर विश्वास कभी रहा ही नहीं है। 126 जहाज खरीदना चाहती थी। कहती थी, जंगी विमानों के सात सक्वैड्रन की कमी है। पर मैं अपने जवानों की वीरता का कायल हूँ। मैं जानता हूँ वीर जवानों, कि आप 36 राफेल से भी वीरता पूर्वक लड़ सकते हैं। आप आपनी वीरता से सात सक्वैड्रन की जगह दो सक्वैड्रन से ही दुश्मन के छक्के छुड़ा सकते हैं। और तो और रफ़ाल हवाई जहाज के बिना भी छुडा़ सकते हैं। यह बात सिर्फ मैं ही अच्छी तरह जानता हूँ। इन कांग्रेसियों को आपकी वीरता पर विश्वास ही नहीं है। बार बार अधिक मंहगे और कम राफेल विमानों की बात कर ये देशद्रोही कांग्रेसी आपका मोरेल को डाउन करने में लगी है।
प्यारे वीर जवानों, आपका मैं तहेदिल से धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपने ठीक समय पर पुलवामा में अपनी कुर्बानी दे मुझे ठीक चुनाव से पहले जीवन दान दे दिया। मैंने भी सर्जिकल स्ट्राइक करा आपके द्वारा दिये गए मौके को पूरी तरह भुना लिया। अब मुझे आप पर पूरा विश्वास है कि भविष्य में भी, चुनाव पूरा होने तक, यदि माहौल मेरे खिलाफ गया तो, वीर जवानों, आप अपनी जान दे कर भी, मेरी सहायता करेंगे।
फौजी भाइयों विश्वास रखिये, आप मेरे काम आइये, मैं भी आपके काम आऊंगा। आपको एमएलए, एमपी, मंत्री बनाऊंगा। पहले भी बनाया है, आगे भी बनाऊंगा। फौजी जनरल को भी बनाया है, पुलिस अफसर को भी बनाया है।
नेता जी कहिन : मेरे प्यारे फौजी भाइयों,
खून आपका बहता है, बाछें मेरी खिलती हैं।
लाश आपकी गिरती है, लड्डू मेरे मन में फूटते हैं।
युद्ध आप लड़ते हो, विजयी मैं होता हूँ।
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(लेखक पेश से चिकित्सक हैं।)
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