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रफ़ाल पर संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मोर्चाबंदी, कथित टेप को लेकर हंगामा

लोकसभा में हंगामा उस समय शुरू हुआ, जब राहुल गांधी ने अपना मोबाइल फोन उठाया और रिकॉर्डेड बातचीत को बजाना चाहा।
सांकेतिक तस्वीर

रफ़ाल विमान मुद्दे पर बुधवार को जहां लोकसभा में जबर्दस्त हंगामा हुआ, वहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर पुनर्विचार की मांग करते हुए याचिका दायर की गई।

आपको बता दें कि शीर्ष न्यायालय ने 14 दिसम्बर को दिए फैसले में सरकार को कथित तौर पर क्लीन चिट दी थी, जिस पर पुनर्विचार करने के लिए पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा, पत्रकार से नेता बने अरुण शौरी और वकील प्रशांत भूषण ने समीक्षा याचिका दाखिल की है।

उधर आज दिन भर इस मामले में लोकसभा में हंगामा होता रहा। लोकसभा में रफ़ाल मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अन्नाद्रमुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'बचाने' का आरोप लगाया। कावेरी जल विवाद को लेकर अन्नाद्रमुक सदस्यों द्वारा नारेबाजी और शोरगुल के बीच लोकसभा में राफेल लड़ाकू सौदे पर तीखी बहस शुरू हुई।

राफेल सौदे को लेकर मोदी पर हमला बोलते हुए गांधी ने प्रदर्शनकारी तमिलनाडु के सांसदों के संदर्भ में कहा, "यह एक दुखद घटना है कि अन्नाद्रमुक के हमारे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।"
फ्रांस निर्मित विमानों की कीमत गोपनीय रखने पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के दावे पर भी उन्होंने निशाना साधा।

गांधी ने कहा, "रक्षामंत्री अन्नाद्रमुक के पीछे छिपी हुई हैं। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि कीमत गोपनीयता के दायरे में है। लेकिन उनकी बात फ्रांस के राष्ट्रपति की बात से विरोधाभासी है, क्योंकि राष्ट्रपति ने कहा था कि कीमत गोपनीयता के दायरे में नहीं है।"
आज सबसे ज़्यादा हंगामा उस कथित टेप को लेकर रहा जिसमें रफ़ाल सौदे के बारे में गोवा के एक मंत्री और एक अज्ञात व्यक्ति के बीच बातचीत रिकार्ड है।

लोकसभा में हंगामा उस समय शुरू हुआ, जब राहुल गांधी ने अपना मोबाइल फोन उठाया और रिकॉर्डेड बातचीत को बजाना चाहा। इस दौरान वित्तमंत्री अरुण जेटली सहित सत्ताधारी सदस्यों ने इसका सख्त विरोध किया। जेटली ने आरोप लगाया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैंक्रों के बारे झूठ बोलने के बाद राहुल गांधी अब उस बातचीत को बजाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बारे में वह जानते हैं कि वह झूठ है।

हंगामा जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गांधी से कथित बातचीत को सत्यापित करने के लिए कहा और उनसे सख्त लहजे में कहा कि वह कोई रिकॉर्डिग न बजाएं।

इस पर राहुल ने कहा, "वे इतना डर गए हैं, तो मैं टैप नहीं बजाऊंगा, लेकिन" उन्होंने कहा कि वह रिकॉर्डेड बातचीत को पढ़ेंगे।

जेटली ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि गांधी जानते हैं कि यह झूठ है और इसलिए वह इसे सत्यापित करने से इंकार कर रहे हैं।

दोनों पक्षों के बीच गरमागरम बहस होते देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

उधर गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि रफ़ाल सौदे के बारे में गोवा के एक मंत्री और एक अज्ञात व्यक्ति के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप तथ्यों की झूठी कहानी गढ़ने का कांग्रेस द्वारा किया गया एक 'निराशाजनक प्रयास' है और ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई थी। 

पूर्व रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, "कांग्रेस द्वारा जारी ऑडियो क्लिप राफेल पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से कांग्रेस का झूठ उजागर होने के बाद तथ्यों को झूठा गढ़ने की उनकी निराशाजनक कोशिश है। कैबिनेट बैठक या किसी और बैठक में अब तक ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई।"

इससे पहले, बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे और एक अन्य शख्स के बीच हुई कथित बातचीत का ऑडियो रिलीज किया, जिसमें राणे कहते सुने जा रहे हैं कि एक कैबिनेट बैठक में पर्रिकर ने कहा था कि उनके आवास के बेडरूम में उनके पास राफेल सौदे से संबंधित फाइलें हैं। दूसरे शख्स की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।

राणे ने दावा किया कि ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है और उन्होंने मामले की जांच पुलिस और केंद्र सरकार की एजेंसियों द्वारा कराने की मांग की। 

पूर्व कांग्रेस नेता राणे ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच चल रहे सत्ता के खेल के एक मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर्रिकर से कथित ऑडियो बातचीत के स्रोत और यह कैसे वायरल हुआ, इसकी जांच कराने के लिए राज्य पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेने के लिए कहा है।

उन्होंने कहा, "जो ऑडियो वायरल हो रहा है, उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को इसकी जांच के निर्देश देने चाहिए। मनोहर पर्रिकर ने राफेल पर कभी बात नहीं की थी।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने अमित शाह से इस ऑडियो की राष्ट्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। मैं किसी भी तरह का स्पष्टीकरण देने के लिए तैयार हूं।

कांग्रेस ने इससे पहले भी आरोप लगाया है कि एडवांस्ड पैंक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित पर्रिकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने से इनकार कर रहे हैं और इस विवादास्पद सौदे से संबंधित फाइलों के जरिए वह प्रधानमंत्री को 'ब्लैकमेल' कर रहे हैं। 
(कुछ इनपुट आईएएनएस)

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