फिलिस्तीनी कैदियों को कोरोनावायरस का संक्रमण, इजरायल ने चिकित्सीय सुविधा देने से किया इनकार
गुरुवार 19 मार्च को पैलेस्टिनियन प्रिजनर्स सोसाइटी (पीपीए) ने जानकारी दी कि इजरायल की जेल अधिकारियों ने उन्हें बताया कि इजरायल के मेगिडो जेल में बंद चार कैदी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। पीपीएस के अनुसार, मेगिडो के सेक्शन 5, 6 और 10 में चार कैदी एक इजरायली जांचकर्ता के संपर्क में आने के बाद वायरस से संक्रमित हो गए।
एक बयान में पीपीएस ने कहा, “जेल प्रशासन ने कैदियों को संक्रमणों के बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी दी है और हर कोई हाई अलर्ट पर है। कैदियों को जेल के गार्ड और जांचकर्ताओं से संक्रमण का खतरा है।”
संक्रमण के खतरा को देखते हुए चार कैदियों को जेल के बाकी कैदियों से अलग कर दिया गया है।
कैदियों ने शिकायत की है कि हवा में मौजूद वायरस के संपर्क में आने से बचने के लिए जब उन्होंने जेल अधिकारियों से फेस मास्क के लिए कहा तो अधिकारियों ने कैदियों के इस बात का मजाक उड़ाया और उन्हें फेस मास्क के तौर पर "अपने मोजे का इस्तेमाल करने" के लिए कहा। पीपीएस ने यह भी बताया कि इस हफ्ते इजरायल की जेलों में कैंटीन ने कैदियों के लिए कुल 140 उत्पादों की आपूर्ति बंद कर दी।
विरोध करते हुए फिलिस्तीनी कैदियों ने जेल अधिकारियों द्वारा दिए गए भोजन को लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने जेल के दो सेक्शन को बंद करने की भी घोषणा की। फिलिस्तीनी मानवाधिकार समूह अद्दामीर ने एक बयान में कहा कि उसने इज़राइली अधिकारियों को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने कैदियों को वायरस से बचाने के लिए उठाए कदमों के बारे में पूछा था। इसके जवाब में अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने कैदियों को उनके परिवार और वकीलों से मिलने से रोक दिया।
पीपीएस ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (आईसीआरसी) से अपील की है कि वह इस जानलेवा वायरस से बचाव के लिए उचित और पर्याप्त सामग्री और सुविधाएं प्रदान करने के लिए इजरायल पर दबाव डालें।
वर्तमान समय में इजरायल की जेलों और हिरासत केंद्रों में लगभग 5700 फिलिस्तीनी हैं जिनमें सैकड़ों महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इनमें से 500 से अधिक को बिना किसी आरोप या मुकदमा के प्रशासनिक हिरासत में रखा गया है।
साभार : पीपल्स डिस्पैच
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