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चुनाव अपडेट: मध्य प्रदेश में 71 और छत्तीसगढ़ में 68 फ़ीसदी से ज़्यादा मतदान

एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है।
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देश के दो अहम राज्य मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के लिए आज मतदान संपन्न हो गया। मध्यप्रदेश में शाम पांच बजे तक 230 सीटों पर 71.75 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 70 सीटों पर 68.38 प्रतिशत वोटिंग हुई है। दोनों राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में सभी 230 विधानसभा सीटों पर 2533 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। प्रदेश के बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित तीन सीटों- बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान 3 बजे खत्म हो गया। मंडला जिले के नक्सल प्रभावित 55 और डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर भी मतदान 3 बजे थम गया था।

मध्यप्रदेश में सबसे ज़्यादा 82 प्रतिशत वोट आगर मालवा जिले में डाले गए हैं। सबसे कम आलीराजपुर जिले में 56.24 प्रतिशत वोट पड़े। वहीं विधानसभा सीटों की बात करें तो रतलाम जिले की सैलाना सीट पर सबसे ज्यादा 85.49 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जबकि भिंड सीट पर सबसे कम 50.41 प्रतिशत वोट डाले गए हैं।

मध्यप्रदेश में वोटिंग के दौरान कई घटनाएं देखने को मिलीं, जैसे भोपाल में मतदान केंद्र हिंद कॉन्वेंट स्कूल में विवाद का एक वीडियो सामने आया। जिसमें मंत्री विश्वास सारंग युवक पर कथित तौर पर हाथ उठाते हुए नजर आए। वहीं इंदौर-4 विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट हो गई। आरोप है कि भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह भी मारपीट करते नजर आ रहे हैं। छतरपुर के राजनगर में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नाती राजा की गाड़ी चला रहे पार्षद की कुचलने से मौत हो गई। इस मामले में बीजेपी प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित उनके 18-20 साथियों पर केस दर्ज किया गया है।

उज्जैन और खरगोन में हार्ट अटैक से एक-एक वोटर की, तो रायसेन के सिलवानी में पुलिसकर्मी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। हरदा में पोलिंग बूथ पर करंट से एक युवक की जान चली गई। इंदौर के महू में भाजपा कार्यकर्ता ने कांग्रेसियों पर तलवार से हमला कर दिया। छिंदवाड़ा में बूथ का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद नकुलनाथ को भाजपाइयों ने रोक दिया। इस पर हंगामा हो गया। मुरैना जिले के दिमनी के एक मतदान केंद्र पर फायरिंग हो गई।

वहीं बात अगर छत्तीसगढ़ की करें तो मतदान के बाद वापस लौट रही पोलिंग पार्टी पर गरियाबंद में नक्सली हमले का आरोप है। वहां मतदान करवाकर लौट रही पोलिंग पार्टी को निशाना बनाते हुए आईडी ब्लास्ट किया गया। इसमें आईटीबीपी का एक जवान शहीद हो गया।

वहीं राज्य की नक्सल प्रभावित बिंद्रानवागढ़ सीट के नौ मतदान केंद्रों– कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली में दोपहर तीन बजे मतदान समाप्त हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 827 पुरुष, 130 महिलाएं और थर्ड जेंडर के एक उम्मीदवार समेत कुल 958 प्रत्याशी हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर शहर पश्चिम सीट पर सबसे अधिक 26 उम्मीदवार हैं, जबकि डौंडीलोहारा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम चार उम्मीदवार मैदान में हैं।

अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 70-70 उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस से तथा 43 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी (आप) से हैं। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से 62, हमर राज पार्टी के 33, बहुजन समाज पार्टी से 43 तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में कुल मतदाताओं में से 81,41,624 पुरुष, 81,72,171 महिलाएं और 684 तीसरे लिंग के मतदाता थे। दूसरे चरण के लिए 18,833 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि इन मतदान केंद्रों में से 700 संगवारी बूथ हैं जिनका प्रबंधन महिला मतदान कर्मियों द्वारा किया गया।

रायपुर उत्तर विधानसभा सीट एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां सभी मतदान केंद्रों पर महिला अधिकारी और कर्मचारी ही तैनात रहे।

राज्य के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 44 सीटें सामान्य है जबकि 17 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और नौ सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच है। लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, बिलासपुर संभाग की कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। इस संभाग की कुछ सीटों पर जोगी की पार्टी और बसपा की अच्छी-खासी मौजूदगी है। वहीं आप ने भी इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया।

मुख्यमंत्री बघेल अपनी पारंपरिक पाटन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां भाजपा ने उनके दूर के भतीजे और पार्टी के सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के पाटन से मैदान में उतरने से मुकाबले में एक और आयाम जुड़ गया है।

अंबिकापुर में टी एस सिंह देव के खिलाफ भाजपा ने नए चेहरे राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है। अग्रवाल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।

प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने इन 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 51 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को चार और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को दो सीटों पर जीत मिली थी। बाद में कांग्रेस ने उपचुनाव में एक और सीट जीत ली थी।

राज्य में इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और दूसरे चरण से पहले उन्होंने चार बड़ी रैलियों को संबोधित किया।

भाजपा की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह तथा स्मृति ईरानी ने भी बड़े पैमाने पर प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने सट्टेबाजी ऐप घोटाले, धर्मांतरण और तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर मुख्यमंत्री बघेल पर हमला बोला और सत्ताधारी दल कांग्रेस पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया।

इधर कांग्रेस की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री बघेल ने सत्ताधारी दल के लिए अभियान का नेतृत्व किया और जवाबी हमला करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी गरीबों के हित के बारे में सोचती है जबकि भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र केवल अमीरों के कल्याण के लिए काम करता है।

राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।

विधानसभा चुनाव में इस बार सत्ताधारी दल कांग्रेस ने कुल 90 में से 75 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं भाजपा राज्य में सत्ता में वापसी करना चाहती है। भाजपा ने यहां 2003 से 2018 तक लगातार 15 वर्षों तक राज किया है।

सूबे में 20 सीटों पर पहले चरण का चुनाव सात नवंबर को हुआ था, जिसमें 78 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

पिछले चुनाव में कांग्रेस को राज्य में 68 सीटें मिली थी तथा भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। उस चुनाव में जेसीसी (जे) को पांच और बसपा को दो सीटें मिली थी। कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है।

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