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फ़िरोज़ाबाद :  'चूड़ी उद्योग में जारी है श्रमिकों का शोषण व उत्‍पीड़न'

श्रमिक संगठन की एक बैठक के दौरान जिला प्रशासन से मांग की गई कि चूड़ी उद्योग के कारखानों में सक्षम अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जाए और श्रमिकों का शोेषण व उत्पीड़न तत्काल बंद किया जाए।
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Photo Courtesy : HT

फिरोजाबाद 28 जुलाई 2023 को कांच उद्योग क्रांतिकारी मजदूर संघ सीटू के जिला कार्यालय पर पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक श्रीमती रज्जो देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के प्रांतीय नेता नवल सिंह एडवोकेट ने अपने बयान में कहा है कि जनपद फिरोजाबाद में कांच उद्योग के कारखानों में 8 घंटे के स्थान पर 10 घंटे 30 मिनट से लेकर 11 घंटे तक श्रमिकों से जबरन कार्य कराया जा रहा है। साथ ही जिला प्रशासन से मांग की गई कि चूड़ी उद्योग के कारखानों में सक्षम अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जाए और श्रमिकों का उत्पीड़न तत्काल बंद कराया जाए। 

कांच उद्योग क्रांतिकारी मजदूर संघ के जिला महामंत्री भूरी सिंह यादव ने अपने बयान में कहा है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में कांच एवं चूड़ी उद्योग के कारखानों के सेवा आयोजकों द्वारा अपने मनमानी तरीकों से कारखानों में कार्य चलाया जा रहा है तथा श्रमिकों का घोर उत्पीड़न जारी है। कारखानों में अचानक हुए हादसों में तमाम श्रमिकों की मृत्यु पर श्रम विभाग तथा जिला प्रशासन मूकदर्शक बनकर तमाशा देखते रहते हैं। श्रमिकों की कार्य के दौरान हुए हादसे में मृत्यु होने पर परिवार जनों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाता किसी के विक्‍लांग होने पर भी बिना मुआवजा दिए, बिना इलाज कराए, उन्‍हें कारखानों से निकाल दिया जाता है। उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं है। ऐसे तमाम केस हैं। यदि मजदूरों की की ऐसी ही स्थिति बनी रही, इसी तरह उनका शोषण व उत्‍पीड़न जारी रहा तो किसी न किसी दिन कारखानों में कार्य करने वाले श्रमिक मजबूरन सड़क पर उतरने को विवश होंगे। 

इसकी वजह यह है कि भाजपा सरकार के रहते चूड़ी उद्योग के कारखानों में 11 घंटे काम लेकर साप्ताहिक बंदी रविवार के दिन भी मजदूरों से जबरन कार्य कराया जाता है जिसका कोई भी ओवर टाइम नहीं दिया जाता। अगर कोई श्रमिक रविवार के दिन आनाकानी करता है तो अगले दिन सेवा आयोजक के इशारे पर उन श्रमिकों के लिए गेट बंद कर दी जाती है। ऐसी स्थिति में  मजबूरी में साप्ताहिक बंदी के दिन श्रमिकों को आना पड़ रहा है।

श्रम विभाग में बड़े पद पर कोई अधिकारी एक माह से नियुक्त नहीं किया गया है। कारखानों में सेवा आयोजक मनमानी तरीके से अपने बनाए हुए कानून चला रहे हैं। उक्त सभी कारखानों में सरकार द्वारा प्रदत्त किसी भी सुविधा का श्रमिकों को लाभ नहीं दिया जा रहा है। श्रमिक संगठन की मांग है कि जिला प्रशासन तत्काल संज्ञान लेकर श्रमिकों के हो रहे शोषण को हर हालत में बंद कराने का काम करे। 

बैठक में सर्वश्री रुमाल सिंह यादव, रमेश राजपूत, रामवीर राठौर, सोमेश कुमार, सलीम भाई, बब्बू भाई, पप्पू भाई अब्बासी ने अपने विचार रखें। संचालन राजू राठौर ने किया। 

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