नमक प्रतीक बना, सिविल नाफ़रमानी आंदोलन का
नमक सत्याग्रह को मुद्दा बनाकर गांधीजी ने भारत के हर जाति,धर्म और प्रान्त के लोगों को एक सूत्र में बाँध दिया था। आज इस सरकार के सामने भारत के लोग 90 साल पहले की सिविल नाफ़रमानी का रास्ता अपना रहे हैं । हक़ की लड़ाई 100 साल बाद फिर से इस देश के लोगों को एक सूत्र में बांध रही है। वरिष्ठ पत्रकार, नीलांजन मुखोपाध्याय 'इतिहास के पन्ने मेरी नज़र से' के इस एपिसोड में आज़ादी की लड़ाई में नमक सत्याग्रह की भूमिका पर रोशनी डाल रहें हैं।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।