बंगाल में भाजपा के नक्शेक़दम पर क्यों जा रहा 'दीदी' का चुनाव-प्रचार?
देश के कई प्रदेशों में विभिन्न पार्टियों के चुनाव रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर इन दिनों दो अलग प्रदेशों की अलग-अलग पार्टियों के लिए चुनाव रणनीति बना रहे हैं. ये पार्टियां हैं बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु में डीएमके. बंगाल में किशोर सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं हैं, वह ममता बनर्जी की पार्टी के 'चाणक्य' भी कहे जा रहे हैं. टिकट बंटवारे में भी उनकी अहम् भूमिका बताई गयी. पेशेवर और अराजनैतिक होने का दावा करने के बावजूद किशोर ने टीएमसी को अंदरूनी स्तर पर भी प्रभावित किया. देखिये तमिलनाडु मे क्या होता है? पेशेवर होने का दावा करते ऐसे चुनाव रणनीतिकार लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया और पार्टी संरचना के लिए कितने कारगर हैं? AajKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का विश्लेषण:
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