ओडिशा: हॉकी वर्ल्ड कप से पहले रेहड़ी-पटरी वालों ने हटाए जाने का विरोध किया
अगले महीने होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप से पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के सौंदर्यीकरण के लिए चल रहे अतिक्रमण रोधी अभियान के ख़िलाफ़ बड़ी संख्या में रेहड़ी-पटरी वालों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन के चलते भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने अस्थायी रूप से इस क़वायद को स्थगित कर दिया। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि विक्रेताओं के प्रतिनिधि निकाय के साथ चर्चा के बाद कार्रवाई का लेकर अगला क़दम तय किया जाएगा।
बीएमसी उत्तरी ज़ोन के सहायक आयुक्त सुरेश चंद्र लेंका ने संवाददाताओं को बताया, “हमनें कुछ दिनों के लिए अतिक्रमण रोधी अभियान रोकने का फ़ैसला किया है। विक्रेताओं के निकाय के साथ बातचीत के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।”
‘ऑल ओडिशा रोडसाइड वेंडर्स एसोसिएशन’ के बैनर तले आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि बीएमसी ने बिना किसी पूर्व सूचना या पुनर्वास की व्यवस्था के बड़े पैमाने पर लोगों को उनकी जगहों से हटाया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रताप साहू ने दावा किया, “बेदख़ली अभियान के कारण सैकड़ों विक्रेताओं की आजीविका प्रभावित हुई है। बीएमसी ने हमारी अस्थायी दुकानों पर बुलडोज़र चला दिया जिससे लाखों रुपये का सामान नष्ट हो गया।”
साहू ने कहा कि बेदख़ली से पहले प्रभावित वेंडरों का क़ानून के अनुसार पुनर्वास किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया, “बीएमसी ने सभी क़ानूनों का उल्लंघन किया है और शहर के दमन और पाटिया इलाक़े में अवैध रूप से दुकानों को ध्वस्त कर दिया है।”
अधिकारियों ने कहा कि इससे पहले दिन में आंदोलनकारियों ने बीएमसी कार्यालय का घेराव किया था, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों के साथ मामूली झड़प हुई थी।
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