चिन्मयानंद ने अपना अपराध कबूल किया : एसआईटी
कानून की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सहित चार लोगों को शुक्रवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया है।
एसआईटी प्रमुख और पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चिन्मयानंद को मसाज (मालिश) की वीडियो क्लिपिंग भी दिखायी गयीं, जिस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''जब आपको सब पता ही चल गया है तो मुझे कुछ नहीं कहना। मैं अपना अपराध स्वीकारता हूं और अपने कृत्य के लिए शर्मिन्दा हूं।''
अरोड़ा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि चिन्मयानंद को जेल भेज दिया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गयी है ।
अधिकारी ने बताया कि चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने से पहले एक डाक्टर से सलाह ली गयी।
उन्होंने बताया कि एसआईटी ने मोबाइल काल डिटेल के डिजिटल रिकॉर्ड और टोल टैक्स प्लाजा के फुटेज हासिल किए और इस तरह एसआईटी कड़ी से कड़ी जोड़ कर इस मामले में यहां तक पहुंची है।
उन्होंने कहा, ''हमें पता लगा कि लडकी शाहजहांपुर से बरेली गयी और फिर शिमला जाकर दिल्ली चली गयी । इसके बाद लडकी की लोकेशन राजस्थान के दौसा में मिली।''
एसआईटी प्रमुख ने बताया कि संजय सिंह, सचिन सेंगर, विक्रम उर्फ दुर्गेश ओर एक अनाम शख्स (मिस ए) के खिलाफ भी आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। संजय, सचिन और विक्रम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
अरोड़ा ने बताया कि एक जनवरी 2019 से लडकी ने संजय से लगभग 4200 बार फोन पर बात की जबकि उसने चिन्मयानंद से लगभग 200 बार बात की। पीड़िता और संजय के मैसेज भी देखे गए हैं जिनके जरिए ये संदेशों का आदान-प्रदान करते थे।
आपको बता दें कि एसआईटी की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके आवास दिव्य धाम से सुबह आठ बज कर करीब 50 मिनट पर गिरफ्तार किया। शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया।
चिन्मयानंद की गिरफ्तारी को विशेष जांच दल ने बेहद गोपनीय रखा। शहर में जिला अस्पताल, वहां से कलेक्ट्रेट तक जाने वाले मार्ग पर, कलेक्ट्रेट से जिला कारागार तक और मुमुक्षु आश्रम के गेट पर भी पुलिस बल तैनात है।
एसआईटी की टीम दर्जन भर से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने उनके आवास पर पहुंची। इससे एक घंटे पहले पीएसी और पुलिस ने मुमुक्षु आश्रम के सभी द्वारों को घेर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को विशेष जांच दल टीम मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परीक्षण कराने ले गई। वहां से उन्हें सीजेएम की अदालत ले जाया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
गौरतलब है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को कथित तौर पर एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण करने, कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने एवं खुद को तथा अपने परिवार को जान का खतरा होने की बात कही थी।
इस मामले में पीड़िता के पिता ने कोतवाली शाहजहांपुर में अपहरण और जान से मारने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत चिन्मयानंद के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था। लेकिन इससे एक दिन पहले चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मुकदमा पीड़िता के पिता के खिलाफ दर्ज करा दिया।
इस बीच पीड़िता गायब हो गई। कुछ दिन बाद उसे राजस्थान से बरामद कर लिया गया और उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर उसे दिल्ली में शीर्ष अदालत के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय ने एसआईटी को मामले की जांच का निर्देश दिया।
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