जयपुर कूच: सरकारी दमन के आगे नहीं झुकेंगे किसान
अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्त्व में राजस्थान के किसान सरकार और प्रशासन के दमन के बावजूद ‘जयपुर कूच’ के अपने कार्यक्रम को पूरा करने की ओर बढ़ रहे हैंI किसान सभा ने पिछले साल सितम्बर में सीकर में एक विशाल आन्दोलन छेड़कर 11 माँगों पर प्रशासन से मंज़ूरी ली थीI सरकार जब अपनी बात से मुकर गयी तो किसानों को मजबूर होकर यह राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन करने का फ़ैसला लेना पड़ाI
इस विरोध को दबाने के लिए पुलिस पिछले कुछ दिनों से ही किसान सभा के कार्यकर्त्ताओं को गिरफ़्तार कर रही हैI 21 फरवरी की रात को चार हज़ार किसानों और छात्रों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लियाI
लेकिन किसानों ने भी ठान लिया है कि वे अपने तयशुदा कार्यक्रम पर डटे रहेंगेI आज सुबह से ही किसान जयपुर की ओर चल कूच कर रहे हैंI जयपुर से गंगानगर तक कई जगहों पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुतले जलाये गयेI उन्हें रास्ते में कई जगह रोका गया, तो वे वहीं रोककर चक्का जाम कियाI
जयपुर के बाहर एनएच 12 पर किसानों को रोका गया तो वे टोल पर ही चक्का जाम कर लियाI यहाँ किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अशोक धावले और राष्ट्रीय संयुक्त-सचिव डॉ. विजू कृष्णन ने वहाँ इकठ्ठा हुए किसानों को संबोधित कियाI डॉ. धावले ने कहा कि, “राजस्थान का किसान सरकार के दमन से डरने वाला नहीं हैI जब तक सरकार गिरफ्तार किसानों और नेताओं को रिहा नहीं करेगी और किसानों की माँगें नहीं मानी जातीं तब तक आन्दोलन जारी रहेगाI उन्होनें कहा कि सरकार ने किसानों को जयपुर आने से रोका है, किसान भाजपा को जयपुर आने से रोकेगीI”
डॉ. विजू कृष्णन ने कहा कि, “एक तरफ देश से 21 हज़ार करोड़ रूपये लेकर भगोड़ा नीरव मोदी विदेश में मज़े कर रहे है जबकि राजस्थान के किसानों को रोकने के लिए लाखों पुलिसकर्मी सड़क पर उतार दिए गये हैंI यह भारतीय लोकतंत्र और संविधान पर हमला हैI”
इस आन्दोलन में भारी संख्या में महिलाएँ भी सड़कों पर आयीं हैI पुलिस और प्रशासन के इन किसान औरतों के हौंसले राजस्थान सरकार के इरादों से ज़्यादा बुलंद हैंI
राजस्थान सरकार किसानों के विरोध के लोकतांत्रिक हक़ पर ही हमला कर रही हैI लेकिन किसानों ने भी साफ़ कर दिया है कि वे सरकारी दमन के आगे झुकने वाले नहीं बल्कि अपने हौंसलों के सामने सरकार को झुकने पर मजबूर कर देंगे!
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