किसानों ने शुरू किया भाजपा-हराओ अभियान और आरक्षण का नया फरमान
यह पहला मौका है, जब दिल्ली के चारों तरफ डेरा डाले किसान आंदोलनकारियों ने किसी प्रांतीय चुनाव में सीधा हस्तक्षेप किया है. किसान मोर्चा का कोई नेता स्वयं चुनाव नही लड़ रहा, वह किसी पार्टी का समर्थन भी नहीं कर रहा पर वह घूम-घूमकर प्रचार कर रहा है कि देश बचाना है तो भाजपा को हराओ! किसान नेताओं ने बंगाल से अपने अभियान का आगाज़ किया. कोलकाता और नंदीग्राम में रैलियां की. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण विषयक बहुचर्चित 'मंडल-जजमेन्ट' पर पुनर्विचार के संदर्भ में राज्यों को नोटिस दिया है. इधर हरियाणा और झारखंड सहित कई राज्यों ने अपने यहां स्थानीय लोगों को निजी क्षेत्र में 75 फीसदी रोजगार देने का फैसला किया है. क्या है, आरक्षण का समाजशास्त्रीय और संवैधानिक परिप्रेक्ष्य? HafteKiBaat के नये एपिसोड में सप्ताह की चार प्रमुख खबरों पर प्रकाश डाल रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।