हरियाणा: खट्टर के काफिले को रोकने के आरोप में 13 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के एक समूह द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काफिले को कथित तौर पर रोकने और वाहनों पर डंडे फेंकने की घटना के एक दिन बाद बुधवार को हरियाणा पुलिस ने 13 किसानों के खिलाफ हत्या के प्रयास और दंगे समेत विभिन्न संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है। इससे पहले उपवास से पूर्व भोजन करने का वीडियो सूट करने वाले पत्रकार पर किसी दस महीने पुराने मामले मुक़दमा दर्ज किया गया है।
विपक्ष दल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि इससे सरकार की हताशा का पता चलता है।
मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने खट्टर को काले झंडे दिखाए, जब उनका काफिला अंबाला शहर से गुजर रहा था।
कुछ किसानों ने खट्टर के काफिले को कथित तौर पर रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस कुछ समय बाद मुख्यमंत्री को एक सुरक्षित मार्ग पर ले जाने में कामयाब रही।
कुछ सुरक्षाकर्मियों की शिकायत पर मंगलवार देर रात किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करके सारी हदें पार कर दी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार किसानों की आवाज को लगातार दबा रही है। लोगों का इस सरकार पर से भरोसा उठ गया है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को किसानों ने काले झंडे दिखाए।
खट्टर आगामी नगर निकाय चुनाव के प्रचार के लिए मंगलवार को जनसभा करने अंबाला गए थे।
पुलिस ने बताया कि अंबाला सिटी पुलिस ने 13 किसानों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं 307, 147, 148, 149, 186, 353 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें हरियाणा पंजाब के किसान पिछले 27 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर कड़ी सर्दी में बैठे है लेकिन बीजेपी की केंद्र सरकार उनकी मांगे मानाने को तैयार नहीं है। इसी रुख के वजह से लोगो में बीजेपी के नेताओ को लेकर भरी गुस्सा है और बीजेपी नेताओ का लगातर विरोध कर रहे है। इससे पहले 19 दिसंबर को भी हरियाणा में एसवाईएल के मुद्दे पर एक दिन का उपवास पर बैठे बीजेपी नेताओ को भी भारी विरोध का समाना करना पड़ा ,जिसके बाद उन्हें धरना स्थल छोड़कर जाना पड़ा।
हरियाणा सरकार द्वारा किए गए मुक़दमे पर किसान नेताओ ने कहा यह कोई नई बात नहीं है खट्टर सरकार ने पहले भी हम पर कई मुक़दमे कर रखे है ,अब एक और कर लिया। इससे किसान डरने वाला नहीं है ये संघर्ष अब आर पार का है उसमे इस तरह गीदड़ भवकियाँ हमे डरा नहीं सकती है। इस किसान विरोधी पार्टी के सभी नेताओ का हम ऐसे ही स्वागत करेंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )
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