भूमि और आवास चाहिए -दंगा मुक्त बिहार चाहिए माकपा (माले) बिहार
माकपा (माले) बिहार में भाजपा भगाओ ,बिहार बचाओ और ‘भूमि और आवास चाहिए -दंगा मुक्त बिहार चाहिए’ नारे के साथ में पंचायत स्तर पर जन जागरण अभियान चला रही है| इस दौरान कई जगहों पर नुक्कड़ सभा का आयोजन कर पार्टी नेताओं ने भाजपा की गलत नीतियों से अवगत करा रही है|
इससे पूर्व भी माकपा (माले) ने बिहार के कई जिलो से 23 अप्रेल से 30 मई तक बिहार के पाँच ज़िलों - भोजपुर ,गया ,दरभंगा ,बिहार शरीफ और अरवल- से पद यात्र कर 1 मई को पटना पहुँचे | फिर पटना में इस पदयात्र को गाँधी मैदान में एक सम्मेलन के बाद समाप्त कर दिया गया|
इस सम्मेलन में गांवगांव से आए दलित-, महिलाओं, अकलियत समुदाय, किसानों के अलावा अन्य दूसरे संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए आशाकर्मी, इंसाफ मंच, ऑल इंडिया बेदारी कारवां, जमातुल राइन, भीम आर्मी आदि संगठनों के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में शामिल होकर पदयात्रियों का अभिनंदन किया और उनके संघर्षों के प्रति अपनी एकजुटता ज़ाहिर की|
माकपा (माले) के नेता परवेज़ ने बताया की इसी सम्मेलन में फैसला किया कि बिहार को विनाश से बचना है इसलिए भाजपा की जनविरोधी नीतियों को लेकर जनता में जन जागरण किया जाएगा | ये जनजागरण अभियान 10 जून तक चलेगा |
उन्होंने आगे कहा कि, “इस को लेकर माकपा (माले) पूरे बिहार के पंचायत स्तर पर ‘भाजपा भगाओ, देश बचाओ’ अभियान चला रही है | इसमें हम जनता को बता रहे हैं की किस प्रकार मोदी सरकार अपने किसी भी वादे को पूरा करने में नाकाम रही है | भाजपा केवल अबंनी और अड्नी की सेवा कर रही”|
इनका कहना है कि भाजपा धर्म व संप्रदाय के नाम पर लोगों को बाँट रही है। समाज में ज़हर घोल रही है | भाजपा अंग्रेज़ों के नियम फूट डालो और राज करो को अपना लिया है और समाज में जाति, समुदाय और संप्रदाय के नाम पर वैमनस्य फैलाकर लोगों को बरगलाने का काम रही है। कहा कि भाजपा अपने बनाए गए फर्ज़ी राष्ट्रवाद के नाम पर भी लोगों को गुमराह कर रही है। युवाओं को भाजपा की चलाकी समझपी होगी”।
इनका कहना है कि बिहार में जब से भाजपा सरकार में आयी है तब से नीतीश कुमार केवल मुखौटा है सरकार तो भाजपा ही चला रही है | इसलिए वो भाजपा की विभाजनकारी नीतियों का पर मौन है | आज के समय वो एक शक्तिविहीन है और भाजपा और आरएसएस की कठपुतली बनकर रह गये हैं |
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